दु:खवाद से लदी चिल्ला-चिल्ला कर मेरी कहानी के हर पन्ने से आर्तनाद उठता है। दु:खवाद से लदी चिल्ला-चिल्ला कर मेरी कहानी के हर पन्ने से आर्तनाद उठता है।
नन्हीं नन्हीं जानों पर क्यों परीक्षा का अनावश्यक दवाब बना दिया गया है, उफ़ ये परीक्षा.. नन्हीं नन्हीं जानों पर क्यों परीक्षा का अनावश्यक दवाब बना दिया गया है, उफ़ ये पर...
कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ...हमारे बीच में तो अनकही भी समझने का नाता था.. कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ...हमारे बीच में तो अनकही भी समझने का नाता था..
क्यूँकि ये तो थी बस एक तरफ़ा कहानी। क्यूँकि ये तो थी बस एक तरफ़ा कहानी।
आज भी प्रखर दिल्ली उसी ट्रेन से जाता है कि शायद वो फिर टकरा जाए पर किस्मत को शायद मंजूर नहीं। आज भी प्रखर दिल्ली उसी ट्रेन से जाता है कि शायद वो फिर टकरा जाए पर किस्मत को शाय...
सुनील आज जब ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था ।उसकी पत्नी किरन घरेलू सामान की लिस्ट उसे सुनील आज जब ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था ।उसकी पत्नी किरन घरेलू सामान की लिस...